©इस ब्लॉग की किसी भी पोस्ट को अथवा उसके अंश को किसी भी रूप मे कहीं भी प्रकाशित करने से पहले अनुमति/सहमति अवश्य प्राप्त कर लें। ©

Friday 8 July 2016

डाक्टरों को मरीजों से उचित तरह से संवाद के लिए भी प्रशिक्षित किया जाये ------ डॉ सूर्यकांत , के जी एम यू, लखनऊ


1 comment:

  1. डॉ सूर्यकांत जी को लखनऊ पुस्तक मेला में 08 अक्तूबर 2015 को सुनने का अवसर भी मिला है उनकी शिकायत वाजिब है उसे क्यों न सुझाव मान कर अमल में लाया जाये?
    वैसे पुरानी आयुर्वेद शिक्षा में वैद्य के लिए निर्देश होते थे कि, उसे रोगी व उसके तीमारदारों से कैसे व्यवहार करना चाहिए। उसी तरह आधुनिक चिकित्सा - शिक्षा में भी ऐसा ही किया जाना चाहिए।

    ReplyDelete