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Friday 19 January 2018

सोशल मीडिया में महिलाओं की कम भागीदारी क्यों ? ------ गीता यादव

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कठिन परिस्थितियों के बावजूद नारी को खुद अपनी राह बनानी होगी  : 






नारी को लोग  कभी देवी -  कभी अबला कह कर पता नहीं क्या - क्या  उपमाएँ तो देते रहते हैं लेकिन वास्तविक अधिकार नहीं। आज भी नारी जंजीरों में ही जकड़ी हुई है - घर, समाज, देश सभी जगहों में। 

कभी - कभी तो लगता है, क्या नारी होना अपमान है ?

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